उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के विवाद में फंसी 6970 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। कार्मिक विभाग ने विभागाध्यक्षों को ऐसे प्रस्तावों को संशोधित करते हुए आयोग को भेजने का निर्देश दे दिया गया है। राज्य में समूह ‘ग’ व ‘घ’ के पदों पर भर्ती का अधिकार यूपी अधनीस्थ सेवा चयन आयोग के पास है।
समूह ‘क’ व ‘ख’ के पदों पर भर्ती उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा की जाती है। स्नातक की समक्षकता को लेकर स्थिति साफ न होने पर लोक सेवा आयोग ने 6970 पदों पर भर्ती को संबंधित विभागों को वापस कर दिया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कुछ समय पहले भर्ती आयोगों और बोर्ड अध्यक्षों की बैठक हुई थी। इस बैठक में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश जारी किया गया था। आयोगों और बोर्डों को निर्देश दिया गया कि उनके यहां जितने भी पदों के प्रस्ताव पहुंचे हैं, उनके विज्ञापन निकालते हुए जल्द ही आवेदन लेना शुरू कर दिया जाए।
इस बैठक में ही समकक्षता का मामला भी उठाया गया था। लोकसेवा आयोग ने बताया था कि स्थिति स्पष्ट न होने से कुल 51 प्रस्ताव वापस कर दिए गए, जिनमें 6970 हैं। कार्मिक विभाग ने स्नातक की समकक्षता भी तय कर दी है।
विभागध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि ऐसे जितने भी प्रस्ताव वापस मिले हैं, उन्हें संशोधित करते हुए जल्द से जल्द लोक सेवा आयेाग को भेज दिए जाए। शासन के एक अधिकारी के मुताबिक विभागों ने लोक सेवा आयोग को भर्ती संबंधी प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया चालू कर दी है। माना जा रहा है कि इन खली पदों को भरने के लिए विज्ञापन निकालने का सिलसिला जल्द ही शुरू होने जा रहा है।
प्रस्तावों की स्थिति
- ई अधियाचन पोर्टल से मिले कुल प्रस्ताव-25
- ई- अधियाचन पोर्टल के कुल स्वीकृत प्रस्ताव-9
- सुधार के लिए वापस भेजे गए कुल प्रस्ताव-16